श्रीनगर गढ़वाल। ग्राम्य अंचल की प्रतिभाओं को मंच देने और उन्हें समाज के सामने गौरव के साथ प्रस्तुत करने के उद्देश्य से बाल प्रतिभा सम्मान समारोह परिषद श्रीनगर द्वारा आगामी 14 दिसंबर 2025 को एक भव्य एवं गरिमामयी सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है। राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित तथा बाल प्रतिभा सम्मान समारोह परिषद के संस्थापक व निदेशक डॉ.अखिलेश चन्द्र चमोला की दूरदर्शी सोच एवं सतत प्रयासों से प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी यह आयोजन उसी उत्साह और ऊर्जा के साथ संपन्न होने जा रहा है। डॉ.चमोला ने वर्षों पूर्व ग्रामीण क्षेत्रों की मेधावी प्रतिभाओं के लिए एक ऐसा मंच तैयार किया,जहां शैक्षणिक उत्कृष्टता,रचनात्मकता और सामाजिक कार्यों में अग्रसर विद्यार्थियों को उनके कार्यों के अनुरूप सम्मान मिले। इसी परंपरा के चलते इस वर्ष भी उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए,तथा अपने-अपने क्षेत्रों में विशेष प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाएंगे समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में दुर्गा सिंह भंडारी पूर्व महाप्रबंधक मानव संसाधन (ओएनजीसी) उपस्थित रहेंगे जिनकी उपस्थिति से पूरे आयोजन की गरिमा कई गुना बढ़ने जा रही है। विशिष्ट अतिथि के तौर पर जीवन चंद्र उप्रेती पूर्व अपर सचिव लोकायुक्त उत्तराखंड प्रतिभागियों को प्रेरक उद्बोधन देंगे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.राकेश मोहन कंडारी करेंगे जिनकी साहित्यिक व सामाजिक समझ समारोह को और प्रभावशाली बनाएगी। इस आयोजन को सफल बनाने में परिषद के निःस्वार्थ सेवाभावी सदस्य-डॉ.अजय रौतेला देववाणी संस्कृत भाषा शिक्षक,उमेद सिंह मेहरा प्रसिद्ध समाजसेवी एवं आंदोलनकारी,डॉ.महेंद्र सिंह भंडारी उपाचार्य अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। डॉ.अखिलेश चन्द्र चमोला का मानना है कि ग्राम्य क्षेत्र की हर प्रतिभा देश का भविष्य है। उन्हें प्रोत्साहन,सम्मान और अवसर प्रदान करना ही समाज का सर्वोच्च दायित्व है। इसी विचार को मूर्त रूप देने के लिए परिषद लगातार कार्य कर रही है और ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं में शिक्षा,संस्कार और प्रतिस्पर्धा की भावना जगाने का प्रयास कर रही है। कार्यक्रम स्थल एवं समय-पीएसएम श्री विद्यालय राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, श्रीनगर गढ़वाल,समय-प्रात: 10 बजे। इस वार्षिक आयोजन से न केवल छात्र-छात्राओं का मनोबल बढ़ता है,बल्कि समाज में शिक्षा के प्रति सकारात्मक संदेश भी जाता है। परंपरा,संस्कार और उत्कृष्टता के इस अनूठे मेल ने बाल प्रतिभा सम्मान समारोह परिषद को पूरे गढ़वाल में एक प्रेरणा का केंद्र बना दिया है।








