श्रीनगर गढ़वाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरे देश में विशाल गृह सम्पर्क अभियान संचालित किया जा रहा है। 16 नवंबर से 15 दिसंबर 2025 तक चलने वाले इस राष्ट्रव्यापी अभियान के माध्यम से संघ कार्यकर्ता आम परिवारों के बीच पहुंचकर संघ की विचारधारा,सेवा कार्यों और समाज निर्माण की गतिविधियों की जानकारी साझा कर रहे हैं। अभियान के अंतर्गत संघ कार्यकर्ता घर-घर जाकर सेवा कार्यों की जानकारी,समाजोन्मुख गतिविधियों का विवरण और भारत माता का चित्र एवं सूचनापत्र भेंटकर लोगों से आत्मीय संवाद स्थापित कर रहे हैं। संघ के प्रान्त प्रचार विभाग टोली के सदस्य संजय घिल्डियाल ने बताया कि यह सम्पर्क अभियान देशभर में एक साथ चल रहा है,ताकि समाज को संघ की वास्तविक कार्यशैली,उद्देश्य और राष्ट्र निर्माण में उसकी सक्रिय भूमिका के बारे में स्पष्ट,सटीक और सकारात्मक जानकारी मिल सके। घिल्डियाल ने बताया कि शताब्दी वर्ष के अवसर पर संघ समाज के बीच पंच परिवर्तन का संदेश आग्रहपूर्वक पहुंचा रहा है। इन पांच विषयों पर विशेष बल दिया जा रहा है स्वदेशी का बोध,सामाजिक समरसता,परिवार प्रबोधन,पर्यावरण संरक्षण,इन पांच आयामों के माध्यम से संघ समाज में सकारात्मक परिवर्तन,राष्ट्रभावना और सामाजिक एकता को सुदृढ़ करने की दिशा में कार्य कर रहा है। श्रीनगर एवं कीर्तिनगर क्षेत्र में भी कार्यकर्ता सक्रिय रूप से अभियान में जुटे हुए हैं। इस जनसंपर्क अभियान में जिला संघचालक देवांआनंद बहुगुणा,प्रभात पाण्डेय,गोविन्द,मुकेश भट्ट,संदीप राणा सहित अनेक स्वयंसेवक तत्परता से सहभागिता निभा रहे हैं। कार्यकर्ता परिवारों के बीच जाकर संवाद स्थापित कर रहे हैं,उन्हें पंच परिवर्तन के महत्व एवं समाज जागरण की आवश्यकता से अवगत करा रहे हैं। यह सम्पर्क अभियान न केवल संघ के 100 वर्ष पूर्ण होने का उत्सव है,बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने,स्वदेशी चिंतन को बढ़ावा देने और पर्यावरण-सतर्क नागरिकता की भावना विकसित करने का एक व्यापक प्रयास भी है। स्थानीय स्तर पर इस अभियान की सक्रियता से गढ़वाल क्षेत्र में भी सकारात्मक चर्चा और जागरूकता का वातावरण बन रहा है।








