अल्मोड़ा – 7 लाख 20 हजार रुपए की साइबर ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसमें जिले के लमगड़ा क्षेत्र में रहने वाले एक बुजुर्ग को सीबीआई अधिकारी बनकर मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाया गया और ‘डिजिटल अरेस्ट’ की धमकी दी गई।
इस मामले में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टीम ने जबरदस्त कार्रवाई करते हुए गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को 1200 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश के खरगोन से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस सफलता के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा देवेंद्र पींचा ने टीम को 10 हजार रुपए का नकद इनाम भी दिया है।
मामले के अनुसार लमगड़ा निवासी बुजुर्ग जीवन सिंह मेहता को 13 जनवरी 2025 को एक वीडियो कॉल आई जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया। बुजुर्ग को झांसे में लेकर बताया गया कि उनके आधार और पैन कार्ड का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के केस में किया गया है और अब उन्हें ‘डिजिटल अरेस्ट’ किया जा रहा है। डर और असमंजस की स्थिति में बुजुर्ग को पांच दिनों तक वीडियो कॉल पर रखा गया और धमकाया गया कि यदि उन्होंने किसी से बात की या आदेशों का पालन नहीं किया तो उन्हें गिरफ्तार या एनकाउंटर भी किया जा सकता है।
कथित जांच के नाम पर ठगों ने बुजुर्ग से उनके खातों से तीन किस्तों में 7,20,000 रुपये उनके बताए खातों में ट्रांसफर करा लिए। जब पीड़ित के पास और पैसे नहीं बचे तो उन्हें दिलासा दिया गया कि जांच के बाद पैसे वापस कर दिए जाएंगे। लेकिन जब काफी समय तक पैसे वापस नहीं मिले और कॉल आना बंद हो गए तो पीड़ित ने 21 फरवरी को लमगड़ा थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
एसएसपी के पर्यवेक्षण में लमगड़ा थाना, एसओजी और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की। कई स्तरों पर जुटाए गए तकनीकी विश्लेषण और सुरागों के आधार पर पुलिस टीम ने 21 अप्रैल को मध्य प्रदेश के खरगोन जिले से दो आरोपियों संतोष गुर्जर और कपिल सोनी को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों से पूछताछ में गिरोह के अन्य सदस्यों और साइबर ठगी की बड़ी चेन की भी जानकारी मिल रही है, जिसकी तेजी से जांच की जा रही है। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने साइबर ठगी का सुनियोजित नेटवर्क तैयार किया है जो देशभर में बुजुर्गों को निशाना बनाकर डिजिटल भय पैदा कर लाखों की ठगी कर रहे हैं।
इस गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी चल रही है। पुलिस टीम में लमगड़ा थाना प्रभारी राहुल राठी, एसओजी प्रभारी भुवन जोशी, साइबर सेल प्रभारी कुमकुम धानिक, चौकी प्रभारी जैंती उपनिरीक्षक दिनेश परिहार, कांस्टेबल परवेज अली आदि शामिल रहे।