पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। जनपद पौड़ी गढ़वाल के द्वारीखाल विकासखंड अंतर्गत संकुल किनसुर में समग्र शिक्षा के तत्वावधान में आयोजित विद्यालय प्रबंधन एवं विकास समिति (एसएमसी/एसएमडीसी) सदस्यों का तीन दिवसीय सामुदायिक सहभागिता प्रशिक्षण कार्यक्रम 2025 आज दिनांक 13 दिसंबर 2025 को राजकीय इंटर कॉलेज किनसुर में द्वितीय फेरे के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गया। यह संकुल स्तरीय प्रशिक्षण दो चरणों में आयोजित किया गया। प्रथम फेरा 1 दिसंबर से 3 दिसंबर 2025 तक आयोजित हुआ,जबकि द्वितीय फेरे का आयोजन 13 दिसंबर 2025 को किया गया। प्रशिक्षण का उद्देश्य विद्यालयों और समुदाय के बीच सहभागिता को मजबूत करना,शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना तथा अभिभावकों व जनप्रतिनिधियों को शिक्षा से जुड़ी विभिन्न योजनाओं और अधिकारों के प्रति जागरूक करना रहा। प्रथम फेरे के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व प्रधान किनसुर दीप चन्द शाह (मुख्य अतिथि),फार्मासिस्ट राजकीय ऐलोपैथिक चिकित्सालय किनसुर राहुल लखेड़ा (विशिष्ट अतिथि),वार्ड सदस्य किनसुर रजनी देवी,समाजसेवी वीरेन्द्र रावत एवं नोडल अधिकारी एवं प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज किनसुर गोपाल सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ। इस चरण में राजकीय प्राथमिक विद्यालय पोगठा,हतनूड,गूम,घण्डालू,राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय गूम व हतनूड तथा राजकीय इंटर कॉलेज किनसुर के प्रधानाध्यापक/प्रधानाचार्य एवं एसएमसी सदस्यों ने प्रतिभाग किया। द्वितीय फेरे का आयोजन राजकीय इंटर कॉलेज किनसुर में ग्राम प्रधान ठान्गर जितेन्द्र रावत (मुख्य अतिथि),प्रधानाचार्य कैण्डुल-ठान्गर संजय कुमार (विशिष्ट अतिथि),प्रवक्ता भौतिक विज्ञान महेंद्र सिंह राणा (अतिविशिष्ट अतिथि) एवं शारीरिक शिक्षक मनोज नेगी की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस चरण में राजकीय प्राथमिक विद्यालय ग्वाड़ी,कैण्डुल,ठान्गर,काण्डी,बागी,नैरुल,उच्च प्राथमिक विद्यालय कांडी तथा राजकीय इंटर कॉलेज कैण्डुल-ठान्गर के प्रधानाध्यापक/प्रधानाचार्य एवं एसएमसी सदस्यों ने सक्रिय सहभागिता निभाई। प्रशिक्षण सत्रों में संदर्भदाता रूपेश कुकरेती (प्रवक्ता अर्थशास्त्र) एवं संकुल समन्वयक सतीश चन्द्र द्वारा उपस्थित सचिवों एवं एसएमसी सदस्यों को समग्र शिक्षा,शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009,बाल अधिकार,सामाजिक संपरीक्षा,एसएमसी/एसएमडीसी के गठन व उद्देश्य,पीएम पोषण योजना,राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020,स्वच्छता एवं बाल स्वास्थ्य,बालिका शिक्षा,आपदा प्रबंधन,समावेशी शिक्षा,साइबर क्राइम,बाल वाटिका,निपुण भारत,मिशन कोशिश,पीएम श्री विद्यालय,दीक्षा पोर्टल,बाल सखा,सुपर-100,विज्ञान महोत्सव,इंस्पायर अवार्ड,कला उत्सव,वर्चुअल क्लास रूम,विद्यांजलि एवं यू-डाइस जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर राजकीय इंटर कॉलेज कैण्डुल-ठान्गर के प्रधानाचार्य संजय कुमार ने ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते जंगली जानवरों के हमलों पर चिंता व्यक्त करते हुए अभिभावकों से बच्चों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने एवं जनजागरण फैलाने की अपील की। समापन अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम विद्यालयों को समुदाय से जोड़ने की मजबूत कड़ी हैं,जिससे शिक्षा व्यवस्था को जमीनी स्तर पर सुदृढ़ बनाया जा सकता है। प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी बताते हुए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया।






