पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। स्वस्थ समाज और स्वच्छ पर्यावरण की दिशा में एक सराहनीय पहल के तहत आज 4 नवम्बर को स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम एनटीसीपी के अंतर्गत विकासखंड कोट में ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों हेतु तंबाकू मुक्त ग्राम पंचायत विषय पर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम खंड विकास अधिकारी अमित विजल्वाण की अध्यक्षता में ब्लॉक सभागार में संपन्न हुआ। इस अवसर पर जिला सलाहकार एनटीसीपी श्वेता गुसाई ने ग्राम प्रधानों और जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में तंबाकू सेवन की प्रवृत्ति न केवल स्वास्थ्य के लिए घातक है,बल्कि समाज में युवाओं के लिए एक नकारात्मक संदेश भी देती है। उन्होंने कोटपा एक्ट की धारा 4 व 6 का उल्लेख करते हुए बताया कि धारा 4 सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान पर रोक लगाती है,जबकि धारा 6 के तहत नाबालिगों को तंबाकू उत्पादों की बिक्री प्रतिबंधित है। इन प्रावधानों का पालन कर ही हम वास्तव में तंबाकू मुक्त गांव की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। गांव-गांव में फैलाया जाएगा तंबाकू निषेध संदेश गुसाई ने बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर तंबाकू निषेध पोस्टर,बैनर और सूचना सामग्री को प्रमुख सार्वजनिक स्थलों-विद्यालयों,पंचायत भवनों,आंगनबाड़ियों और स्वास्थ्य उपकेंद्रों में प्रदर्शित किया जाएगा,ताकि लोगों में जागरूकता बढ़े। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों को अपने क्षेत्र में तंबाकू सेवन और बिक्री की निगरानी करनी चाहिए तथा नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई के लिए प्रशासन को सूचित करना चाहिए। कार्यशाला में उपस्थित ग्राम प्रधानों ने अपने-अपने गांवों को तंबाकू मुक्त ग्राम पंचायत के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया। ग्राम प्रधान कोट प्रियंका,ग्राम प्रधान सांझण पवन जुयाल,ग्राम प्रधान कोठी उदय सिंह ने कहा कि वे अपने गांवों में जन-जागरूकता रैलियां,दीवार लेखन तथा युवाओं के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाएंगे। कार्यशाला में स्वास्थ्य व सामाजिक कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी इस अवसर पर सोशल वर्कर अरुणा उनियाल,आईईसी समन्वयक शकुंतला नेगी,सिद्धार्थ,कमलदीप सहित खंड विकास कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी एवं विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने स्वास्थ्य विभाग की पहल की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण समाज से तंबाकू की आदत समाप्त करना तभी संभव है जब पंचायतें खुद जागरूकता के केंद्र के रूप में कार्य करें। खंड विकास अधिकारी अमित विजल्वाण ने अपने संबोधन में कहा तंबाकू मुक्त ग्राम केवल एक स्वास्थ्य पहल नहीं बल्कि सामाजिक चेतना का प्रतीक है। ग्राम पंचायतों की भूमिका इसमें अत्यंत महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम के अंत में जिला सलाहकार एनटीसीपी श्वेता गुसाई और खंड विकास अधिकारी विजल्वाण ने सभी उपस्थित जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया और आने वाले दिनों में इस अभियान को जनांदोलन का स्वरूप देने की अपील की।








