श्रीनगर गढ़वाल। अलकनंदा तट पर स्थित श्रीनगर शहर के लिए आज का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ है। बैकुंठ चतुर्दशी मेले के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा की गई बहुप्रतीक्षित घोषणा अब वास्तविक रूप लेती नजर आ रही है। राज्य सरकार ने श्रीनगर को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने संबंधी आदेश जारी कर दिए हैं,जिसके साथ ही ऊर्जा आत्मनिर्भर श्रीनगर के सपने को पंख लग गए हैं। नगर निगम श्रीनगर की महापौर आरती भण्डारी ने मुख्यमंत्री धामी के निर्णय को दूरदर्शी और ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने श्रीनगर के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की जो पहल की है,उसके लिए शहर की जनता की ओर से उनका हृदय से धन्यवाद। सोलर सिटी घोषणा का क्रियान्वयन शुरू होना हम सबके लिए गौरव और खुशी का क्षण है। यह परियोजना न केवल बिजली बिलों को कम करेगी,बल्कि श्रीनगर को पर्यावरणीय दृष्टि से सुरक्षित और उन्नत बनाएगी। उन्होंने बताया कि आने वाले वर्षों में श्रीनगर एक राष्ट्रीय आदर्श सोलर मॉडल के रूप में उभरेगा,जहां स्वच्छ ऊर्जा,तकनीक और पर्यावरण संरक्षण का अनूठा संगम दिखेगा। श्रीनगर-ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर पहला बड़ा कदम-सोलर सिटी परियोजना लागू होने के बाद शहर की बड़ी हिस्सेदारी सौर ऊर्जा से पूरी की जाएगी। नगर निगम की शुरुआती योजना में शामिल हैं सभी सार्वजनिक भवनों पर सोलर पैनल,स्ट्रीट लाइटों का पूर्ण सौर ऊर्जा आधारित ढांचा,पार्कों,शैक्षणिक संस्थानों और निगम सेवाओं में ग्रीन एनर्जी उपयोग,शहर में घरेलू सोलर सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रोत्साहन। अधिकारियों के अनुसार इससे न केवल बिजली खर्च में भारी कमी आएगी बल्कि कार्बन उत्सर्जन घटाकर पर्यावरण संरक्षण को भी नई दिशा मिलेगी। शहरवासियों में उत्साह-श्रीनगर अब बनेगा हरित विकास का केंद्र,सरकारी आदेश जारी होने की खबर के बाद श्रीनगर में खुशी का माहौल है। व्यापारी,छात्र,पर्यावरण प्रेमी और स्थानीय नागरिक इस निर्णय को शहर के विकास की दिशा में मील का पत्थर बता रहे हैं। लोगों का मानना है कि सोलर सिटी बनने के बाद श्रीनगर उत्तराखंड का पहला ऐसा नगर होगा जो ऊर्जा समाधान,हरित विकास और अभिनव योजनाओं के लिए पूरे देश में उदाहरण स्थापित करेगा। मेयर भंडारी ने विश्वास जताया कि सरकार नगर निगम और जनता तीनों के सामूहिक प्रयास से श्रीनगर बहुत जल्द सोलर सिटी से सस्टेनेबल मॉडल सिटी के रूप में पहचाना जाएगा। श्रीनगर में सौर ऊर्जा क्रांति की शुरुआत हो चुकी है-अब शहर का भविष्य उजाले की नई दिशा में कदम बढ़ा रहा है।








