श्रीनगर गढ़वाल। नैनीडांडा के प्रसिद्ध सल्ड महादेव राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) ने अपने स्थापना के 50 स्वर्णिम वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि इस संस्थान का नैनीडांडा और संपूर्ण गढ़वाल के औद्योगिक एवं तकनीकी विकास में योगदान ऐतिहासिक और प्रेरणादायक रहा है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि स्व.सुमन लता भदौला जो उत्तराखंड राज्य आंदोलन की प्रथम जेल यात्री थीं ने इस संस्थान की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा जिस नेता की सोच विकासपरक और दूरदर्शी होती है,वह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सशक्त नींव रख जाता है। सल्ड महादेव संस्थान उसी सोच की जीवंत मिसाल है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान से हजारों छात्र प्रशिक्षित होकर देश के विभिन्न हिस्सों-दिल्ली,देहरादून,मुंबई,कोलकाता तक-अपनी योग्यता और परिश्रम से गढ़वाल का नाम रोशन कर चुके हैं। पूर्व मंत्री ने यहां के शिक्षकों और प्रशिक्षकों को गढ़वाल के तकनीकी विकास के असली शिल्पकार बताते हुए कहा कि यहां से निकले योग्य तकनीशियन और इंजीनियरों ने सरकारी संस्थानों,सेना और औद्योगिक प्रतिष्ठानों में उत्कृष्ट कार्य किया है। कार्यक्रम के दौरान संस्थान की प्रधानाचार्य मंजू आर्य ने संस्थान की 50 वर्षों की यात्रा का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया और बताया कि कैसे इस संस्थान ने रोजगार सृजन और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। पूर्व भविष्य निधि आयुक्त वी.एन.शर्मा,समिति अध्यक्ष तेजपाल सिंह,कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह नेगी,सचिव कुलदीप सिंह एवं भाजपा नेता कुलदीप सिंह रावत सहित अनेक गणमान्य अतिथि इस अवसर पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मंत्री सौरभ बहुगुणा का भी आगमन प्रस्तावित था,किंतु वे राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती समारोहों में शामिल होने हेतु रुद्रप्रयाग रवाना हो गए। उन्होंने अपने संदेश के माध्यम से सुमन लता भदौला के योगदान को नमन किया और संस्थान द्वारा तकनीकी शिक्षा के माध्यम से बेरोजगारी उन्मूलन की दिशा में किए गए प्रयासों की सराहना की। संस्थान की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में छात्रों द्वारा एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई,जिसमें सैकड़ों विद्यार्थियों और पूर्व प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। गांव-गांव में तिरंगा और संस्थान के झंडे लहराते हुए जुलूस ने पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल बना दिया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया,जिसमें विद्यार्थियों ने लोकनृत्य,देशभक्ति गीत और नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से संस्थान की गौरवगाथा प्रस्तुत की। छात्र परिषद द्वारा दो दिवसीय कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई गई है,जिसमें संगोष्ठी,सम्मान समारोह और तकनीकी प्रदर्शनी भी शामिल हैं। समापन अवसर पर धीरेंद्र प्रताप ने कहा यदि गढ़वाल के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है तो तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास को प्राथमिकता देनी होगी। सल्ड महादेव आईटीआई जैसे संस्थान ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बन सकते हैं। यह संस्थान आने वाले वर्षों में और ऊंचाइयां छुएगा। उन्होंने संस्थान के 50 वर्षों की इस ऐतिहासिक यात्रा को गढ़वाल की तकनीकी प्रगति का स्वर्ण अध्याय बताया और उपस्थित छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे सुमन लता भदौला जैसे समाजसेवियों के आदर्शों से प्रेरणा लेकर कौशल और संस्कार दोनों में अग्रणी बनें। सल्ड महादेव संस्थान-गढ़वाल की तकनीकी चेतना का आधा शतक,शिक्षा से सेवा की अमर परंपरा।








