श्रीनगर गढ़वाल। जनक्रांति के वीर सपूत शहीद नागेंद्र सकलानी भोलू भरदारी की स्मृति में 11 जनवरी 2026 से शुरू होने वाले वार्षिक मेले को लेकर तैयारियां जोर पकड़ने लगी हैं। मेले की व्यापक रूपरेखा,व्यवस्थाओं और विभागीय समन्वय को सुनिश्चित करने के लिए देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने आज नगर पंचायत कीर्तिनगर के सभागार में सभी विभागों की संयुक्त बैठक ली। बैठक में विधायक कंडारी ने स्पष्ट कहा कि यह मेला केवल सांस्कृतिक पर्व नहीं,बल्कि शहीद के सम्मान और क्षेत्र की आस्था का प्रतीक है। इसलिए आयोजन में किसी भी प्रकार की कमी,अव्यवस्था या असहज स्थिति बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को समयबद्ध,सुव्यवस्थित और गुणवत्तापूर्ण व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। विधायक ने दिए प्रमुख निर्देश मेले के दौरान सुरक्षा,यातायात,प्रकाश व्यवस्था,पेयजल,सफाई,चिकित्सा सुविधा और भीड़ प्रबंधन को प्राथमिकता दी जाए। मेले क्षेत्र में सफाई व्यवस्था 24 घंटे सक्रिय रहे,विशेषकर मुख्य प्रवेश द्वार,स्टॉल क्षेत्र और मंच स्थल पर। यातायात पुलिस को रूट प्लान समय से पहले जारी करने और पार्किंग की स्पष्ट व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। स्वास्थ्य विभाग को प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और एंबुलेंस की तैनाती के निर्देश दिए गए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच,ध्वनि,प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा बैरियर की तैयारी समय से पूर्ण करने को कहा गया। नगर पंचायत कीर्तिनगर के अध्यक्ष डॉ.राकेश मोहन मैठाणी ने मेले की तैयारियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मेले को और अधिक आकर्षक,सांस्कृतिक और जन-भागीदारीपूर्ण स्वरूप देने के प्रयास किए जा रहे हैं। अधिशासी अधिकारी शालिनी नेगी ने विभागवार कार्ययोजना साझा की और कहा कि सभी व्यवस्थाएं निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी कर ली जाएंगी। बैठक में जिला मंत्री नरेन्द्र कुंवर,दीपक राणा,सभासद दीपा देवी,मनमोहन सिंह,मंडल अध्यक्ष कुलदीप रावत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी–कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने अपने-अपने विभागों की भूमिका और दायित्वों पर सहमति व्यक्त करते हुए मेले को सफल,सुरक्षित और यादगार बनाने का संकल्प दोहराया। स्थानीय लोगों का कहना है कि शहीद नागेंद्र सकलानी भोलू भरदारी की स्मृति में आयोजित यह मेला न केवल इतिहास का सम्मान है,बल्कि युवाओं को देशभक्ति,स्वाभिमान और सामाजिक एकजुटता का संदेश देने का माध्यम भी है। इस वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु,पर्यटक और स्थानीय लोग मेले में शामिल होने की उम्मीद है। मेले की तैयारियों में तेजी देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि 2026 का यह आयोजन अब तक का सबसे भव्य और व्यवस्थित मेला साबित होगा।








