श्रीनगर गढ़वाल। राष्ट्र की एकता,अखंडता और संकल्प शक्ति के प्रतीक लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में पूरे देश में आयोजित सरदार 150 यूनिटी मार्च का श्रीनगर में भव्य आयोजन हुआ। पौड़ी जिले के विभिन्न मंडलों की भागीदारी के साथ श्रीनगर मंडल में निकाला गया यह मार्च उत्साह,अनुशासन और प्रबल देशभक्ति की भावनाओं से परिपूर्ण दिखाई दिया। मार्च में कैबिनेट मंत्री डॉ.धन सिंह रावत विशेष रूप से शामिल हुए और उन्होंने पूरे उत्साह के साथ प्रतिभागियों का नेतृत्व किया। एनआईटी परिसर से प्रारंभ होकर मुख्य बाजार होते हुए गोला बाजार तक पहुंचे इस ऐतिहासिक मार्च में गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं,भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी,कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में आम नागरिक एक स्वर में राष्ट्र एकता के गीत गाते आगे बढ़ते रहे। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ.रावत ने कहा कि सरदार पटेल ने अपने अदम्य साहस,दूरदर्शिता और दृढ़ निश्चय से आजादी के बाद देश को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया। भारत की अखंडता,शक्ति और विविधता में एकता को स्थापित करने में उनका योगदान अमूल्य है। उन्होंने कहा कि यह यूनिटी मार्च सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं,बल्कि सरदार पटेल के आदर्शों,राष्ट्रनिष्ठा और कर्तव्यबोध को आत्मसात करने का संकल्प है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे सरदार पटेल के जीवन से प्रेरणा लें और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं। एकता मार्च का संचालन नोडल अधिकारी डॉ.राकेश नेगी एवं श्रीनगर मंडल अध्यक्ष विनय घिल्डियाल के नेतृत्व में हुआ। डॉ.राकेश नेगी ने कहा कि जिस प्रकार डॉ.धन सिंह रावत श्रीनगर विधानसभा ही नहीं बल्कि पूरे उत्तराखंड में अपने विभागों के माध्यम से मजबूत व प्रभावी कार्य कर रहे हैं,उन्हें भी उत्तराखंड का लौह पुरुष कहा जा सकता है। उनके विकासात्मक कार्यों ने प्रदेश की प्रगति को नई दिशा और गति दी है। मार्च में पूर्व राज्य मंत्री अतर सिंह असवाल,जिला महामंत्री गणेश भट्ट,खिर्सू ब्लॉक प्रमुख अनिल सिंह भंडारी,बासुदेव कंडारी,दिनेश असवाल,दिनेश पटवाल,पंकज सती,कुशलानाथ,प्रमिला भंडारी,रेनू सुंद्रियाल,आशा उपाध्याय सहित गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं और सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी प्रतिभागियों ने हाथों में तिरंगा थामे एक स्वर में देश की एकता,अखंडता और राष्ट्र भाव को बनाए रखने का संकल्प लिया। श्रीनगर में निकला यह यूनिटी मार्च न केवल सरदार पटेल के अदम्य योगदान का सम्मान था,बल्कि एक सशक्त,एकजुट और दृढ़ भारत के संकल्प का उज्जवल प्रतीक भी बना।








