योग गुरु सोहित की उपलब्धियाँ भी उल्लेखनीय हैं।
उन्हें वर्ष 2024 में भारत का सर्वश्रेष्ठ योग गुरु अवॉर्ड मिला।
दिल्ली में आयोजित एक राष्ट्रीय समारोह में उन्हें भारत गौरव अवॉर्ड (Yoga Category) से सम्मानित किया गया।
इसके अलावा उन्हें कई सांस्कृतिक और सामाजिक संस्थाओं द्वारा भी सम्मानित किया गया है।
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सोहित योगी आने वाले समय में योग को शिक्षा प्रणाली में शामिल करने का अभियान चलाना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि स्कूलों में सप्ताह में कम से कम तीन दिन योग की क्लास अनिवार्य हो। वे ग्रामीण क्षेत्रों में योग प्रशिक्षण केंद्र खोलने की योजना बना रहे हैं,जहाँ युवाओं, महिलाओं,विद्यार्थियों और बुजुर्गों को नियमित अभ्यास कराया जाएगा। उनका लक्ष्य है कि हर व्यक्ति योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाए।
सोहित का स्पष्ट मानना है कि भविष्य आध्यात्मिक नेतृत्व का होगा। वे कहते हैं,“दुनिया में तकनीक बढ़ गई है लेकिन मन खाली है; लोग सफल हैं पर अंदर टूटे हुए हैं। योग ही वह विज्ञान है जो आपको भीतर से जोड़ता है, स्थिर करता है और जीवन में स्पष्टता लाता है।” वे यह भी कहते हैं कि आधुनिक जीवनशैली में योग अनिवार्य है और हर व्यक्ति को दिन की शुरुआत ध्यान और प्राणायाम से करनी चाहिए।
आज सोहित योगी प्रेरणा बन चुके हैं। एक साधारण किसान परिवार से निकलकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने तक का यह सफर संघर्ष, साधना, निस्वार्थ सेवा और विश्वास की कहानी है। वे अपने काम से साबित कर रहे हैं कि योग सिर्फ आसन नहीं, बल्कि आत्म-उद्धार का मार्ग है। वे निरंतर समाज,शिक्षण संस्थानों और योग चेतना केंद्रों के साथ मिलकर “योग जागरण अभियान” चला रहे हैं और जीवन को संतुलित बनाने का संदेश दे रहे हैं।
🟣 “योग शरीर को नहीं, जीवन के दृष्टिकोण को बदलता है।”
🟣 “दवाइयाँ बीमारी हटाती हैं, योग बीमारी होने ही नहीं देता।”
🟣 “आसनों से पहले मन को सीधा करना ज़रूरी है।”
🟣 “तकनीक बढ़ी है पर मन खाली है — योग मन को घर लौटाता है।”
🟣 “15 मिनट रोज़ का योग, जीवनभर की राहत।”
🟣 “अगर सांस सही नहीं,तो सोच भी सही नहीं। प्राणायाम पहले,निर्णय बाद में।”
🟣 “योग शरीर का विज्ञान नहीं, आत्मा का अनुशासन है।”
🟣 “नशा छोड़ कर श्वास पकड़ लो—जिंदगी खुद बदल जाएगी।”
🟣 “जो व्यक्ति खुद से शांत है, वही दुनिया से संवाद कर पाता है।”
🟣 “योग मंदिर नहीं,रोज़ की आदत है।”
🟡 “लोग सोचते हैं योग मुश्किल है,लेकिन सच यह है कि शुरुआत मुश्किल नहीं — बस आलस छोड़ना मुश्किल है।”
🟡 “मैंने योग से सीखा कि जीवन में रुकना भी साधना का हिस्सा है। कभी-कभी मौन सबसे ऊँची साधना होती है।”
🟡 “आज लोग सफल हैं, लेकिन भीतर टूटे हुए हैं,योग इस टूटन को जोड़ने का तरीका है।”
🟡 “योग सिर्फ व्यायाम नहीं है, ये आत्म-अवलोकन, अनुशासन और प्यार का मार्ग है।”
🟡 “शरीर को संतुलित करने से पहले मन को संतुलित करना सीखें। मन शांत होगा तो जीवन सरल हो जाएगा।”
🟢 “प्राण से ही प्राणायाम की शुरुआत होती है। सांस बदलो, जीवन बदल जाएगा।”
🟢 “ध्यान में बैठो, समाधान खुद सामने आएगा।”
🟢 “आज के समय में असली विलासिता — शांतf मन।”
🟢 “योग वही है,जो आपको आपके भीतर से मिलवा दे।”








