हल्द्वानी- हल्द्वानी के बनभूलपुरा के उजाला नगर में आठ माह पूर्व संदिग्ध हालात में हुई अजीम की मौत के मामले में नया मोड़ सामने आया है। उस समय मामले को सामान्य आत्महत्या माना जा रहा था। अब अजीम के मोबाइल फोन के रिसाइकिल बिन में मिली वीडियो क्लिप ने घटनास्थल पर दो महिलाओं की मौजूदगी में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
मां ने उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। उजाला नगर निवासी इकबाल के बेटे अजीम की पिछले साल तीन जून को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। उसका शव दो महिलाओं के घर में मिला था, जिनके अजीम से गहरे संबंध बताए गए थे। घटना के समय अजीम की पत्नी और मां ने इसे लेकर कई आरोप भी लगाए थे। तब मामला आत्महत्या की बात पर ही केंद्रित रहा। परिजनों ने मान लिया था कि अजीम नशे का आदी था।
जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली। घटना को आठ माह बीत गए और अजीम का फोन घर में ही पड़ा रहा। दो दिन पहले अचानक परिजनों ने फोन चेक किया। उन्होंने गैलरी में फोटो और वीडियो देखे, लेकिन कुछ नहीं निकला। फिर जब मोबाइल के रीसाइकिल-बिन को खंगाला गया तो उसमें एक वीडियो दिखा।
उसमें अजीम नजर आया और थोड़ी देर बाद उसका शव फंदे से लटकता हुआ दिखा। शव के साथ दोनों महिलाएं भी दिखीं। वीडियो देखने के बाद मां ने पुलिस को तहरीर दी। प्रभारी निरीक्षक नीरज सिंह भाकुनी ने बताया कि अजीम की मां तारा बी की तहरीर पर क्षेत्र के एक मोहल्ले में रहने वाली दो बहनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की एफआईआर दर्ज की गई है।
मां के सवालों ने दोनों महिलाओं को घेरा
तारा बी ने तहरीर में कहा कि घटना के डेढ़ घंटे बाद जब पुलिस पहुंची तो अजीम का शव जमीन पर पड़ा था और शरीर पर कपड़े थे। जबकि वीडियो में ऐसा नहीं है, वह फंदे से लटका हुआ था। दोनों महिलाएं उसके सामने खड़ी थीं। जब शव लटक रहा था तो वह जमीन पर कैसे आया? अगर दोनों महिलाएं कमरे में मौजूद थीं तो क्या वे उसके मरने का इंतजार कर रही थीं, उसे तत्काल अस्पताल क्यों नहीं ले गईं। उसकी मौत के बाद पुलिस को बुलाया गया, वे डेढ़ घंटे तक चुप क्यों रहे।
शिकायत से उठे चार सवाल
– महिलाओं ने दरवाजा कैसे खोला? जबकि वीडियो में वे अंदर हैं।
– कमरे की लाइट क्यों नहीं जलाई गई?
– शव को फर्श पर कैसे लिटाया गया?
– उसे कपड़े कैसे पहनाए