कीर्तिनगर/श्रीनगर गढ़वाल। उत्तराखंड संस्कृत अकादमी हरिद्वार के तत्वाधान में कीर्तिनगर ब्लॉक हेतु दो दिवसीय खंडस्तरीय संस्कृतस्पर्धा का आयोजन 14 एवं 15 नवम्बर को पीएम श्री अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज,डांगचौरा में उत्साह,उल्लास और सांस्कृतिक गरिमा के बीच संपन्न हुआ। यह आयोजन न केवल संस्कृत भाषा की समृद्ध परंपरा का उत्सव था,बल्कि प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए मंच भी बना,जहां उन्होंने अपने ज्ञान, कला और संस्कृत के प्रति प्रेम का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। 14 नवम्बर को प्रतियोगिता का शुभारंभ नगर पंचायत अध्यक्ष कीर्तिनगर डॉ.राकेश मोहन मैठाणी द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। कार्यक्रम के संरक्षक व खंड शिक्षा अधिकारी यशवंत सिंह नेगी,अध्यक्ष प्रधानाचार्य चण्डी प्रसाद देवली तथा भगवती प्रसाद भट्ट,दिलबर सिंह रावत,महेंद्र कठैत,अजय कुमार धीमान,डंगवाल,घिल्डियाल,राजेश सेमवाल,शिव सिंह नेगी,दिनेश प्रसाद फोन्दणी,राम सिंह बिष्ट,सुचिता सेमवाल सहित कई गणमान्यजन मंचासीन रहे। 15 नवम्बर को समापन सत्र की अध्यक्षता ब्लॉक प्रमुख अचला खंडेवाल ने की। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हरिश्चंद्र डंगवाल रहे। इस अवसर पर ज्येष्ठ प्रमुख जगत नारायण रतूड़ी,क्षेत्र पंचायत सदस्य सदस्य मनोज जोशी,अंजलि चौहान,सुमन नौटियाल,सुरेंद्र,सुनील लिंगवाल,अमरजीत प्रधान सहित अनेक सम्मानित लोग उपस्थित रहे। खंड संयोजक डॉ.गौतम ने प्रतियोगिता की संपूर्ण रूपरेखा प्रस्तुत की। अतिथि परिचय विनोद चौहान तथा मंच संचालन अमित पुरोहित और डॉ.प्रदीप जुगराण ने कुशलतापूर्वक संभाला। कार्यक्रम को सफल बनाने में जगदीश रावत,सुमित सेमवाल,लखपत कंडारी,रेनू कठैत,सुमित्रा रावत,सुमन घनसाला,मनोज रावत का प्रमुख योगदान रहा। कनिष्ठ वर्ग की विभिन्न स्पर्धाओं में निम्न विद्यालयों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया केबी मेमोरियल पब्लिक स्कूल चौरास,राजकीय बालिका इंटर कॉलेज मलेथा,राजकीय इंटर कॉलेज कीर्तिनगर,राजकीय इंटर कॉलेज खोला कड़ाकोट,वरिष्ठ वर्ग में निम्न विद्यालय विजेता रहे राजकीय इंटर कॉलेज पिपलीधार डागर,राजकीय इंटर कॉलेज धद्दी घंडियाल,राजकीय इंटर कॉलेज न्यूली अकरी,राजकीय इंटर कॉलेज जखण्ड। ब्लॉक प्रमुख ने सभी प्रथम,द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों और विद्यालयों को पुरस्कृत किया। निर्णायकों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा धन्यवाद ज्ञापन और संस्कृत भाषा संरक्षण का संकल्प दोहराते हुए किया गया। यह आयोजन संस्कृत भाषा के प्रति छात्र-छात्राओं,शिक्षकों और समाज की आस्था को और अधिक सुदृढ़ करता है तथा आने वाली पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से जुड़े रहने की प्रेरणा देता है।








