पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। पर्यावरण संरक्षण का संदेश अब विद्यालयों से लेकर घर-परिवारों तक पहुंच रहा है। जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकास खण्ड थलीसैंण स्थित राजकीय जूनियर हाई स्कूल पाटुली में कक्षा 7 के छात्र दिव्यांशु गोदियाल ने अपने जन्मदिवस को एक विशेष स्वरूप देते हुए विद्यालय परिसर के समलौण वन में सिल्वर ओक का पौधा रोपित किया। इस पहल ने जन्मदिन जैसे व्यक्तिगत अवसर को पर्यावरण संरक्षण के संदेश में बदल दिया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के सहायक अध्यापक एवं समलौण आंदोलन के प्रणेता बीरेंद्र दत्त गोदियाल ने किया। उन्होंने बताया कि जन्मदिन को पौधारोपण से जोड़ना एक नई और सार्थक परंपरा है। इससे न केवल छात्र-छात्राओं में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना उत्पन्न होती है,बल्कि वे वृक्षों के महत्व को भी आत्मसात करते हैं। उन्होंने कहा कि आज यह पहल एक आंदोलन का रूप ले चुकी है। क्षेत्र के लोग अब अपने संस्कारिक अवसरों-जन्मदिन,विवाह,वर्षगांठ,नामकरण आदि पर समलौण पौधारोपण को एक नई सामाजिक परंपरा के रूप में अपना रहे हैं। यह आंदोलन न केवल पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता बढ़ा रहा है बल्कि ग्रामीण समाज को अपनी जड़ों और प्रकृति से जोड़ने का कार्य भी कर रहा है। पौधे के संरक्षण की जिम्मेदारी स्वयं दिव्यांशु गोदियाल ने ली,जो इस बात का प्रतीक है कि आने वाली पीढ़ी अब पर्यावरण की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वयं उठाने को तत्पर है। इस अवसर पर विद्यालय की पर्यावरण की जिम्मेदारी लेने वाली सेना से जुड़ी छात्राएं कु.मानसी,आरुषि,रिया एवं मानसी नेगी उपस्थित रहीं। सभी ने एक स्वर में शपथ ली कि वे अपने आसपास हरित आवरण बढ़ाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रिय भूमिका निभाएंगी। कार्यक्रम के अंत में बीरेंद्र दत्त गोदियाल ने क्षेत्रवासियों से अपील की कि वे हर शुभ अवसर पर एक पौधा समलौण के नाम अवश्य लगाएं,ताकि आने वाली पीढ़ियां एक स्वच्छ,हरित और स्वस्थ पर्यावरण पा सकें।








