देवभूमि उत्तराखंड। भारत की पवित्र भूमि,जहां हर गांव में एक मंदिर हमारी संस्कृति,श्रद्धा और पहचान का प्रतीक रहा है आज वही मंदिर उपेक्षा के कारण जीर्ण-शीर्ण और खंडहरों में बदलते जा रहे हैं। इसी पीड़ा को जन-आंदोलन का रूप देने का संकल्प लिया है,क्राउड फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट ने सन 2022 से समाजसेवा के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय यह संस्था,अब पूरे देश में खंडहर बन चुके प्राचीन मंदिरों के पुनर्निर्माण,जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण का ऐतिहासिक अभियान चला रही है। फाउंडेशन के प्रवक्ता ने बताया कि संस्था की नींव अरविंद सिंह द्वारा रखी गई,जो स्वयं ट्रस्टी भी हैं। अरविंद सिंह ने बताया कि हमें देशभर से लगभग दो लाख मंदिरों के वीडियो और विवरण प्राप्त हुए हैं। ये सभी मंदिर वर्षों से उपेक्षित हैं। कहीं मूर्तियाँ खंडित हैं,कहीं पूरी इमारतें ढह चुकी हैं,कहीं पूजा बंद है और कई स्थानों पर तो दान के अभाव में पुजारी भी भुखमरी झेल रहे हैं। यह हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर की त्रासदी है। संस्था के अनुसार अब देवभूमि उत्तराखंड के भी अनेक पुराने,जीर्ण-शीर्ण और खंडित मंदिरों का पुनः निर्माण,जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इन कार्यों के माध्यम से न केवल मंदिरों को नई आस्था मिलेगी बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार,धार्मिक पर्यटन और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का अवसर भी प्राप्त होगा। पहले चरण में फाउंडेशन ने 108 मंदिरों के पुनर्निर्माण का संकल्प लिया है, जिनमें से 15 मंदिरों का कार्य विभिन्न राज्यों में शुरू हो चुका है। हाल ही में क्राउड फाउंडेशन ने दो महत्वपूर्ण मंदिरों का जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण किया श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर सुख सागर फार्म हाउस पांडव नगर गाज़ियाबाद-लगभग 42 वर्ष पुराने इस मंदिर को पुनर्निर्मित कर 21 जुलाई 2025 को प्राण प्रतिष्ठा कर भक्तों को समर्पित किया गया। छिजार्शी का प्राचीन मंदिर,जो करीब 30 वर्ष पुराना है,उसका जीर्णोद्धार कार्य भी अंतिम चरण में है। क्राउड फाउंडेशन का उद्देश्य केवल मंदिरों का पुनर्निर्माण नहीं,बल्कि मंदिरों को समाज सेवा का केंद्र बनाना है। संस्था गरीबों के लिए निःशुल्क भोजन,जरूरतमंदों के लिए निःशुल्क चिकित्सा,बच्चों के लिए शिक्षा सहायता,और श्रद्धालुओं के लिए सस्ती धार्मिक यात्राओं की योजनाओं पर कार्य कर रही है। फाउंडेशन के कम्युनिकेशन मैनेजर दीपक सिंह ने बताया यह केवल मंदिर निर्माण नहीं,बल्कि भारत की आत्मा के पुनर्जागरण का अभियान है। जब मंदिर पुनर्जीवित होंगे,तो आस्था के साथ रोज़गार और संस्कृति दोनों का उत्थान होगा। हमारा लक्ष्य हर गांव में एक जीवंत मंदिर और हर मंदिर से सेवा का दीप जलाना है। आओ मिलकर करें मंदिरों का नवजीवन क्योंकि जहां भक्ति है,वहीं भारत है।








