श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय बिरला परिसर में आयोजित 48 वीं अंतर महाविद्यालय एथलेटिक्स प्रतियोगिता 2025-26 उत्साह और जोश के साथ सम्पन्न हुई। खेल मैदान में प्रतिभागियों का उमंग,दमखम और प्रतिस्पर्धा का अद्भुत मिश्रण देखने को मिला। पूरे दिन खिलाड़ियों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से महाविद्यालय का मान बढ़ाने का प्रयास किया। प्रतियोगिता का शुभारंभ विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रो.मनमोहन सिंह रौथाण ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में अनीस उज्ज जमांन प्रभारी कुलसचिव उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन और आयोजन अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो.ओम प्रकाश गुसाईं,खेल निदेशक प्रो.जगत प्रकाश मेहता तथा खेल सचिव वंदना डोभाल के निर्देशन में हुआ। प्रतियोगिता में विभिन्न महाविद्यालयों के प्रतिभागियों ने दमदार प्रदर्शन किया,लेकिन बिरला परिसर ने अपना दबदबा कायम रखते हुए कुल 168 अंकों के साथ ओवरऑल चैंपियनशिप अपने नाम कर ली। वहीं डीएवी पीजी कॉलेज ने 88 अंकों के साथ रनर अप स्थान प्राप्त किया। पुरुष वर्ग में एसआरटी टिहरी के धीरज सिंह ने 800 मीटर और 1500 मीटर दोनों स्पर्धाओं में प्रथम स्थान प्राप्त कर श्रेष्ठ एथलीट (पुरुष) का खिताब जीता। उनके प्रदर्शन ने प्रतियोगिता में सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। महिला वर्ग में बिरला परिसर की खुशी बिष्ट ने 800 मीटर और 1500 मीटर दोनों स्पर्धाओं में दबदबे के साथ पहला स्थान हासिल कर श्रेष्ठ एथलीट (महिला) बनने का गौरव अर्जित किया। उनके शानदार समय और दृढ़ता ने दर्शकों की खूब वाहवाही बटोरी। महिला वर्ग में रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। रनर अप-आरएमवी पैठाणी (28 अंक) विजेता-बिरला परिसर (70 अंक) बिरला परिसर की महिला टीम ने कई स्पर्धाओं में शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। पुरुष वर्ग में भी बिरला परिसर ने बाज़ी मारी-रनर अप-डीएवी पीजी कॉलेज (59 अंक) विजेता-बिरला परिसर (88 अंक) पुरुष और महिला दोनों वर्गों में उत्कृष्ट प्रदर्शन ने बिरला परिसर के ओवरऑल चैंपियन बनने की नींव मजबूत की। कार्यक्रम के दौरान डॉ.शिवम ज्योति,डॉ.अमित मलडा,डॉ.एंसी,डॉ.धानकम ठाकुर,डॉ.संकुल पंवार,डॉ.सुनील कुमार,डॉ.गुरदीप सिंह,सुजीत कुमार,अब्दुल हुसैन,राकेश कुमार,राकेश रावत तथा अजय रावत उपस्थित रहे और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते रहे। 48 वीं अंतर महाविद्यालय एथलेटिक्स प्रतियोगिता न केवल प्रतिस्पर्धा का मंच रही,बल्कि युवाओं में खेल भावना,अनुशासन और आत्मविश्वास बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम भी बनी। बिरला परिसर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इसे ऐतिहासिक प्रतियोगिताओं में शामिल करता है।








