गु.श्री गुरु हरगोबिंदसर में 350 वें श्री गुरु तेग बहादुर शहीदी समागम में विशिष्ट विद्वानों का हुआ वार्तालापगदरपुर । गुरुद्वारा श्री गुरु हरगोबिंद सर नवाबगंज/रतनपुरा उत्तराखंड/उत्तर प्रदेश में श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350 वें शहीदी समागम को उच्च स्तर पर मनाए जाने के लिए देश के महान विद्वानों को आमंत्रित किया गया। शहीदी कार्यक्रम का शुभारंभ श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ के भोग के पश्चात रागी भाई हरजीत सिंह द्वारा गुरबाणी कीर्तन के साथ किया गया। गुरुद्वारा सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पटियाला से आए स्वामी ब्रह्मानंद गिरी ने कहा कि सनातन धर्म के मतावलंबियों की रक्षा के लिए गुरु तेग बहादुर जी ने अपने प्राणों का बलिदान दिया । उन्होंने कहा,हरिद्वार स्थित ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा सिख समाज की अमानत है जो कि उन्हें सौंपा जाना चाहिए । वहीं सिख पंथ के महान प्रचारक हरप्रीत सिंह मक्खू ने कहा कि गुरु तेग बहादुर को हिंद की चादर तो कहा जाता है परंतु वह असल में मानवता की चादर थे जिन्होंने अपनी शहादत से देश के पीड़ित लोगों को जागरूक करने का महान कार्य किया । उन्होंने कहा,गुरुद्वारा साहिब के मुख्य सेवादार वीर जी अनूप सिंह द्वारा सिख समाज को एकजुट करने हेतु समाज भलाई एवं धार्मिक जागरूकता के कार्यों को आगे बढ़ाया है,सिख धर्म के सिद्धांतों के प्रचार प्रसार के लिए हमें उनका मिलजुल कर सहयोग करना चाहिए। कार्यक्रम आयोजन में पहुंचे श्री गुरु ग्रंथ साहिब यूनिवर्सिटी फतेहगढ़ साहिब के डॉक्टर हरदेव सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब में वर्णित गुरु तेग बहादुर जी की वाणी एवं आदर्शों पर प्रकाश डाला वहीं डॉक्टर चमकौर सिंह डायरेक्टर गुरु चरण सिंह टौहड़ा इंस्टीट्यूट पटियाला वालों ने भी श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन एवं आदर्शों पर जानकारियां प्रदान की । विशेष तौर पर पहुंचे प्राकृतिक कृषि खेती के विद्वान वैज्ञानिक स.गुरमुख सिंह द्वारा सभी किसानों को प्राकृतिक खेती के गुण बताकर खेती की बीमारियों से निजात पाने का मंत्र दिया और सभी किसानों को ऑर्गेनिक खेती के माध्यम से अनाज,सब्जियां एवं फल आदि पैदा करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर समाजसेवियों,आमंत्रित वक्ताओं मीरी पीरी खालसा अकैडमी में विशेष सहयोग देने वालों एवं अन्य धार्मिक शख्सियतों को सिरोपा एवं शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम का संचालन गु.श्री नानकमत्ता साहिब के डायरेक्टर प्रतपाल सिंह द्वारा किया गया । गुरुद्वारा श्री गुरु हरगोबिंद सर नवाबगंज के मुख्य सेवादार वीर जी अनूप सिंह ने शहीदी समागम में सहभागिता करने वाले वक्ताओं और संगत का धन्यवाद किया । उन्होंने बताया कि आगामी 17 दिसंबर को मीरी पीरी खालसा अकैडमी रतनपुरा में प्रातः 9:00 बजे से क्षेत्र के ग्रंथी,पाठी,रागी,ढाढी,प्रचारक,कथा वाचक एवं विद्वानों की एक लिखित एवं मौखिक धार्मिक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा रहा है। जिसमें प्रथम रहने वाले प्रतिभागी को मोटरसाइकिल इनाम में दी जाएगी एवं अन्य प्रतिभागियों को नगद धनराशि,शील्ड,मोमेंटो एवं सिरोपा देकर सम्मानित किया जाएगा । उन्होंने अधिक से अधिक उक्त कार्यक्रम में भी पहुंचने की अपील की है । उन्होंने कहा, गुरु का लंगर अटूट जारी रहेगा । इस मौके पर नगर पालिकाध्यक्ष बिलासपुरचिंतन मित्तल ,सतनाम सिंह खंडा, परमजीत सिंह ,डॉक्टर जीत सिंह ,बापू स्वर्ण सिंह, उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य सुनीता सैनी,सरबजीत कौर सरब,ग्रंथी जसवीर सिंह, सतनाम सिंह शौकी, करमजीत सिंह,रामपुर जिला पंचायत सदस्य ख्यालीराम लोधी,प्रीतम सिंह संधू ,लखविंदर सिंह,सुरेश गंगवार,गुरमीत सिंह सहित हजारों की संख्या में संगत शामिल रही ।