हरिद्वार बनेगा सफाई व्यवस्था में मॉडल जिला
धर्मनगरी हरिद्वार अब ना केवल अपनी धार्मिक मान्यताओं के लिए जाना जाएगा बल्कि जल्द ही यह जिला जल्द ही अपनी साफ सफाई व्यवस्था के लिए भी एक मॉडल के रूप में पहचान बनने जा रहा है। जिसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने आज जनपद के अधिकारियों के साथ बैठक पर जिले की साफ सफाई व्यवस्था का स्थलीय निरीक्षण कर सफाई का जायजा लिया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि धर्मनगरी को स्वच्छता के मामले में एक “मॉडल डिस्ट्रिक्ट” बनाने के लिए कमर कस ली है। प्रशासन ने स्वच्छता, कूड़ा निस्तारण और प्रवेश द्वारों के सौंदर्यीकरण के लिए बहु-विभागीय अभियान शुरू किया है। योजना का एक मुख्य हिस्सा जिले के प्रवेश द्वारों को आकर्षक बनाना है ताकि उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुखद अनुभव हो। हरिद्वार और रुड़की के प्रमुख चौराहों का नवीनीकरण और सौंदर्यीकरण किया जाएगा।जिला प्रशासन का उद्देश्य एक ऐसी व्यवस्था बनाना है जहां कूड़े का उठान नियमित हो, निस्तारण वैज्ञानिक तरीके से हो, और हरिद्वार आने वाले हर यात्री को शहर साफ-सुथरा और सुंदर मिले। प्रशासन ने माना है कि यह लक्ष्य अकेले सरकारी मशीनरी से हासिल नहीं किया जा सकता, इसलिए सामाजिक संस्थाओं को जोड़ा जा रहा है।








