श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय ने वर्षों से लंबित परीक्षा अर्हता के मामले में बड़ा कदम उठाते हुए वर्ष 2015 से पूर्व वार्षिक प्रणाली के छात्र-छात्राओं को परीक्षा उत्तीर्ण करने का अंतिम अवसर प्रदान किया है। विश्वविद्यालय ने इसके लिए ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है, जो 15 दिसंबर 2025 तक जारी रहेगी। विश्वविद्यालय के विशेष कार्याधिकारी (परीक्षा) प्रोफेसर राजेंद्र सिंह फर्त्याल ने बताया कि हाल ही में आयोजित 23 वीं विद्या परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि जो विद्यार्थी वार्षिक प्रणाली के दौरान पर्यावरण विज्ञान,इलिमेंटरी बुक कीपिंग एंड अकाउंटेंसी तथा एनवायर्नमेंट एजुकेशन जैसे अनिवार्य विषयों में अर्हता प्राप्त नहीं कर सके थे,उन्हें एक अंतिम मौका दिया जाएगा। यह निर्णय हजारों लंबित छात्रों के लिए अत्यंत राहत भरी खबर है। जारी अधिसूचना के अनुसार आवेदन पत्र का शुल्क 4,000 रुपये तय किया गया है। परीक्षार्थी शुल्क को विश्वविद्यालय केस काउंटर,बैंक ड्राफ्ट,या ऑनलाइन माध्यम से भी जमा कर सकते हैं। परीक्षार्थी को आवेदन पत्र के साथ स्नातक द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की अंकतालिका की छायाप्रति,शुल्क विवरण,संलग्न कर 20 दिसंबर तक परीक्षा अनुभाग में जमा करना होगा। इसके बाद परीक्षार्थी अपना प्रवेश पत्र (एडमिट कार्ड) परीक्षा अनुभाग से प्राप्त कर सकेंगे। बैंक ड्राफ्ट वित्त अधिकारी HNBGU के नाम देय होगा। सभी परीक्षाएं विश्वविद्यालय के बिड़ला परिसर श्रीनगर गढ़वाल में आयोजित की जाएंगी। परीक्षा संबंधी विस्तृत जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट hnbgu.ac.in से प्राप्त की जा सकती है। साथ ही परीक्षार्थी निम्न अधिकारियों से भी संपर्क कर सकते हैं-चंद्रमोहन सहायक कुलसचिव (परीक्षा) 9412934660,8445859188। इस निर्णय को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा वर्षों से लंबित एकेडमिक समस्याओं को सुलझाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं इस परीक्षा अवसर का लाभ लेने की तैयारी में जुट गए हैं।








