देहरादून/श्रीनगर गढ़वाल। सहकारिता मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने आज यमुना कालोनी स्थित शासकीय आवास पर सहकारिता मेलों की तैयारियों को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक ली। जिसमें सहकारिता सचिव एवं निबंधक सहकारिता ने विभागीय गतिविधियों,मेलों की तैयारियों सहित आगामी कार्यक्रमों के बारे में विभागीय मंत्री को अवगत कराया। डॉ.रावत ने सभी जनपदों में सहकारिता मेलों से संबंधित तैयारियों,व्यवस्थाओं और समन्वय को और प्रभावी बनाने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए। सहकारी मेलों में जुटे एक लाख से अधिक किसान,4 लाख की भागीदारी का लक्ष्य,सहकारिता मंत्री ने बताया कि अब तक जिन जनपदों में सहकारिता मेले संपन्न हुए हैं,उनमें एक लाख से अधिक किसानों ने सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया है। उन्होंने कहा कि आगामी जनपदों में आयोजित होने वाले मेलों में लगभग चार लाख किसानों की सहभागिता का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए व्यापक प्रचार-प्रसार,जन-जागरूकता,ग्राम स्तर तक सूचना प्रसार तथा स्थानीय समितियों के माध्यम से किसानों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। उन्होंने ने बताया कि पौड़ी,रुद्रप्रयाग,बागेश्वर,पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जनपदों में सहकारिता मेले सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं,जबकि पिथौरागढ़ एवं उत्तरकाशी में मेले वर्तमान में संचालित हैं। अन्य जनपदों में आयोजित होने वाले मेलों की तैयारी के लिये अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये गये हैं। बैठक में पैक्स कंप्यूटराइजेशन की स्थिति पर भी विस्तृत चर्चा भी हुई। डॉ.रावत ने कहा कि कंप्यूटराइजेशन सहकारिता प्रणाली के आधुनिकीकरण,पारदर्शिता और दक्षता का आधार है। उन्होंने सभी जनपदों को निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश देते हुए किसी भी प्रकार की देरी को अस्वीकार्य बताया। समीक्षा बैठक में सचिव डॉ.वी.वी.आर.पुरुषोत्तम,निबंधक सहकारिता डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट,अपर निबंधक ईरा उप्रेती तथा आनंद शुक्ल उपस्थित रहे।








