श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के चौरास परिसर स्थित अकादमिक गतिविधि केंद्र में शोध,नवाचार और सृजनात्मकता का अनोखा संगम अन्वेषण–2025 के रूप में देखने को मिला। विभिन्न संकायों के प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत किए गए उत्कृष्ट शोध कार्यों और विचारों ने विश्वविद्यालय परिसर को अकादमिक ऊर्जा और बौद्धिक उत्साह से भर दिया। इस राष्ट्रीय स्तर के आयोजन में 18 टीमों ने विभिन्न विषयों में प्रतिभाग कर अपनी प्रतिभा,शोध दृष्टि और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता का परिचय दिया। कार्यक्रम के संयोजक प्रो.जी.के.जोशी ने स्वागत भाषण में कहा कि अन्वेषण केवल एक प्रतियोगिता नहीं,बल्कि यह विद्यार्थियों में अनुसंधान के प्रति रुचि,जिज्ञासा और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करने का एक मंच है। मुख्य अतिथि प्रो.आर.एस.फर्त्याल ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि वह दिन दूर नहीं जब गढ़वाल विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत और अपने विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने कहा कि अनुसंधान का वास्तविक उद्देश्य समाज की समस्याओं के समाधान की दिशा में काम करना है। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि,यूनिवर्सिटी ऑफ कैनबरा,ऑस्ट्रेलिया की प्रोफेसर एमेरिटा प्रो.रीना घिल्डियाल ने कहा कि विद्यार्थियों द्वारा चुने गए शोध विषय विशेष रूप से कृत्रिम बुद्धिमत्ता,उभरती तकनीकें और सतत विकास जैसे अत्यंत प्रासंगिक क्षेत्रों से जुड़े हैं,जो भविष्य की वैज्ञानिक दिशा तय करेंगे। उन्होंने कहा कि छात्र ही भविष्य के अनुसंधान की संभावनाओं के सच्चे प्रतीक हैं। गढ़वाल विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो.ओ.पी.गुसांई ने कहा कि इस वर्ष के प्रतिभागी अगले वर्ष के लिए प्रेरणा बनेंगे। उन्होंने छात्रों से कहा कि अन्वेषण का यह अनुभव उनके अकादमिक जीवन का मील का पत्थर साबित होगा। प्रतियोगिता में विविध विषयों के अंतर्गत विजेता प्रतिभागी इस प्रकार रहे मूल विज्ञान विषय-शिखा स्याल,अभियंत्रण एवं प्रौद्योगिकी-राज वर्मा,स्वास्थ्य विज्ञान एवं संबद्ध क्षेत्र-मीनाक्षी सराफ,सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी-अमित कुमार महतो,अंतर्विषयी अनुसंधान में ऋषु विजेता रही। कार्यक्रम के दौरान डॉ.रुकमणी ने मंच संचालन का दायित्व निभाया,जबकि मौखिक प्रस्तुति सत्रों का संयोजन डॉ.बबीता राणा,डॉ.हिमशिखा और डॉ.वरुण बड़थ्वाल ने किया। समापन सत्र का संचालन डॉ.घनश्याम ठाकुर ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ.राम साहू द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के समापन के साथ ही पूरे परिसर में उत्साह और उपलब्धि की भावना व्याप्त रही। अन्वेषण-2025 ने एक बार फिर सिद्ध किया कि एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों में नवाचार,सृजनात्मकता और अनुसंधान उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है। इस आयोजन की सफलता का श्रेय आयोजक मंडल,निर्णायक मंडल, प्रतिभागियों और अतिथियों के सामूहिक प्रयास को जाता है। विश्वविद्यालय परिवार के इस संयुक्त संकल्प ने यह संदेश दिया कि गढ़वाल विश्वविद्यालय केवल शिक्षा का केंद्र नहीं,बल्कि विचार,अनुसंधान और नवाचार की एक जीवंत प्रयोगशाला है। अन्वेषण-2025 ने गढ़वाल विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ाया,छात्रों के नवाचार से गूंजा चौरास परिसर।








