श्रीनगर गढ़वाल। गढ़वाल की लोक संस्कृति और परंपरा का प्रतीक पर्व इगास-बग्वाल अब जन-जन का उत्सव बन चुका है। इस पर्व की लोकप्रियता निरंतर बढ़ती जा रही है और अब गढ़वाल मंडल मुख्यालय पौड़ी में भी इगास को लेकर विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति ने इगास पर्व पर आयोजित कार्यक्रमों का स्वागत करते हुए इसे लोक परंपराओं के संरक्षण का सराहनीय प्रयास बताया है। समिति के संयोजक नमन चंदोला ने अपने बयान में कहा कि इगास बग्वाल केवल एक त्योहार नहीं,बल्कि हमारी संस्कृति,लोकजीवन और पहचान का पर्व है। जिस प्रकार गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने इस पर्व को भारत ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर नई पहचान दिलाई है, वह निश्चित ही स्वागत योग्य कदम है। चंदोला ने कहा कि पौड़ी में इगास पर्व पर आयोजित कार्यक्रम सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक हैं। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर समिति प्रतिनिधिमंडल की सांसद अनिल बलूनी से मुलाकात कर पौड़ी शहर की प्रमुख समस्याओं और विकास योजनाओं से संबंधित ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा पौड़ी में कई ऐसे विकास कार्य और परियोजनाएं हैं,जिन्हें केंद्र स्तर पर अनुमोदन और सहयोग की आवश्यकता है। हमें पूरा विश्वास है कि सांसद बलूनी पौड़ी के हित में हर संभव सहयोग करेंगे। नमन चंदोला ने आगे कहा कि पौड़ी को उपेक्षा की छाया से निकालने के लिए पूरे जनपद की जनता को एकजुट होकर काम करना होगा। केवल आलोचना करना समाधान नहीं है,विपक्ष और समाज को मिलकर सकारात्मक पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति हमेशा पौड़ी के हित में संघर्षरत रही है और आगे भी जनता की आवाज बनकर काम करती रहेगी। अंत में उन्होंने कहा कि इगास जैसे लोक पर्व हमारी जड़ों को मजबूत करते हैं और नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़ने का माध्यम बनते हैं। आज आवश्यकता है कि हम सब अपनी परंपराओं पर गर्व करें और स्थानीय संस्कृति को सशक्त बनाते हुए पौड़ी को एक नई दिशा दें।








