आतंकवाद के खिलाफ भारत द्वारा की जा रही सख्त कार्रवाई के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने सचिवालय में व्यापक सुरक्षा तैयारियों के संबंध में उच्च स्तरीय बैठक की।
इस बैठक में संबंधित अधिकारियों को किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश दिए गए। विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
जहां प्रशासनिक इकाइयों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है। बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि राज्य के सभी अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल उपकरण और अन्य आवश्यक चिकित्सा संसाधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें।
किसी भी आपात स्थिति में चिकित्सा सेवाएं बाधित न हों, यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग को दी गई। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि राज्य के सभी हिस्सों में आवश्यक खाद्य सामग्री, राशन और पेयजल की आपूर्ति सुचारू रूप से जारी रहे।
इसके साथ ही राहत और बचाव दलों को भी पूरी तरह तैयार रहने को कहा गया है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर तुरंत राहत कार्य शुरू किया जा सके।
बैठक में सूचना विभाग को अफवाहों को रोकने और जनता को सही समय पर सही जानकारी उपलब्ध कराने में सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए गए हैं।
सरकार ने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की भ्रामक जानकारी से बचना बहुत जरूरी है और इसके लिए जनता को केवल आधिकारिक चैनलों से ही जानकारी प्राप्त करने की सलाह दी गई है।
सरकार ने दोहराया कि देवतुल्य समान जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है और राज्य प्रशासन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से सतर्क और तैयार है। सभी विभागों को समन्वय के साथ काम करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि राष्ट्रहित में कोई गलती न हो।