हल्द्वानी- कुसुमखेड़ा से कमलुवागांजा मार्ग पर चल रही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर स्थानीय नागरिकों में गहरी चिंता है।
इसी क्रम में वार्ड-42 के पार्षद धीरज पांडे के नेतृत्व में क्षेत्रवासियों ने उप जिलाधिकारी हल्द्वानी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और अतिक्रमण चिह्नीकरण प्रक्रिया में पारदर्शिता बरतने की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया है कि प्रशासन फिलहाल भवनों की पैमाइश कर रहा है, लेकिन क्षेत्रवासी जानना चाहते हैं कि अतिक्रमण की पैमाइश के लिए क्या मानक व पैरामीटर तय किए गए हैं।
क्षेत्रवासियों ने इस बात पर आपत्ति जताई कि अधिकांश भवनों का निर्माण पूर्व में वैधानिक रूप से पारित मानचित्रों के आधार पर किया गया है।
यदि अब प्रशासन चिह्नीकरण कर भवनों को ध्वस्त करता है तो संबंधित व्यक्तियों को मुआवजा पाने का अधिकार होना चाहिए। नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि अतिक्रमण चिह्नीकरण की पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती जाए।
हर भवन स्वामी को लिखित सूचना दी जाए और उन्हें दस्तावेज प्रस्तुत करने का पर्याप्त अवसर दिया जाए।
क्षेत्रवासियों ने बलपूर्वक कार्रवाई के खिलाफ भी अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि बिना समुचित जानकारी व समन्वय के बलपूर्वक कार्रवाई करना मौलिक अधिकारों का हनन होगा।
ज्ञापन के माध्यम से निवासियों ने प्रशासन से मापदंडों के बारे में स्पष्ट जानकारी देने तथा किसी भी कार्रवाई से पहले नागरिकों को उनके अधिकारों के तहत न्यायिक प्रक्रिया से गुजरने का अवसर देने का अनुरोध किया है।
इस दौरान पार्षद के साथ कई स्थानीय नागरिक भी मौजूद रहे तथा उन्होंने प्रशासन के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं।