कालाढूंगी – (मुस्तज़ार फारूकी) रमजानुल मुबारक का 24वां रोजा मुकम्मल हो गया और इस दौरान मंगलवार रात नगर की मोती मस्जिद में कुराआन मजीद मुकम्मल की गई। तरावीह की नमाज अकीदत के साथ पढ़ी गई। कुराआन मजीद मुकम्मल होने पर नमाजियों ने इसे सुनने और सुनाने वाले हाफिज को मुबारकबाद दी और इस दौरान सभी नमाजियों में मिठाइयां बांटी गई।
रमजान शुरू होते ही तरावीह की यह नमाज हर रोज रात को तरावीह की नमाज में खालिक सैफुल्लाह मोहम्मद हसन द्वारा पढ़ी जाती है। तरावीह में पूरा कुरान पढ़ा जाता है। तरावीह की नमाज इफ्तार के करीब 2 घंटे बाद शुरू की जाती है। इसे रात की नमाज (इशा) के साथ पढ़ा जाता है। तरावीह की नमाज 20 रकात की होती है। तरावीह की नमाज पढ़ने में करीब एक घंटे से डेढ़ घंटे का समय लगता है।
साथ ही नमाज-ए-तरावीह में कुराआन मुकम्मल होने के बाद टांडा बादली से आए मौलाना नफासत अली ने नमाज अदा कराई और अकीदतमंदों ने अल्लाह के सामने हाथ उठाकर दुआ की। साथ ही अमन चेन के लिए भी दुआ की गई। इस दौरान इमाम फिरासत अली, सदर हाजी जलील अहमद, इस्लाम हाजी, खलील हाजी, याकूब हाजी, खालिक हाजी, मलिक हाजी आदि मौजूद रहे।