राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने उत्तराखंड पीसीएस मुख्य परीक्षा के लिए तय की गई तिथि आगे ना बढ़ाए जाने पर कोर्ट की शरण में जाने की बात कही है।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि उत्तराखंड के हिंदी भाषी अभ्यर्थियों के साथ उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने सीधे-सीधे धोखा किया है और इसके लिए सीधे तौर पर आयोग के अध्यक्ष और सचिव जिम्मेदार हैं।
उन्होने कहा कि अंग्रेज़ी पाठ्यक्रम के 400 नंबर वाले लगभग 27 प्रतिशत पाठ्य सामग्री हिंदी पाठ्यक्रम वाले अभ्यर्थियों को बताई ही नहीं गई है। यदि शीघ्र संशोधित पाठ्यक्रम जारी नहीं किया गया तो कोर्ट की शरण ली जाएगी।
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